#YoStoWriMo दुनिया गोल गोल "चलो न सुमन, मूवी देखने चलते हैं" कुसुम सुमन का हाथ पकड़ते हुए बोली। (Story in caption) "चलो न सुमन,मूवी देखने चलते हैं" कुसुम ने सुमन का हाथ पकड़ते हुए कहा। "नहीं यार वो रश्मि होगी तुम्हारे साथ ,मुझे नही चलना"। "तुम्हे रश्मि से इतनी प्रोब्लम क्यों है सुमन" "बहुत attitude दिखाती है हमेशा वो। उसको तो मैं एक पल के लिए भी tolerate नहीं कर सकती"। कहते हुए सुमन वहां से उठ के चली गई। सुमन और कुसुम बचपन से एक साथ पढ़ी।पहले एक ही स्कूल और अब एक कॉलेज। कॉलेज में उनका अब लास्ट ईयर था।रश्मि इसी साल उनके कॉलेज में आई थी क्योंकि उसके पापा का ट्रांसफर इसी शहर में हो गया था।लेकिन आते ही उसका सुमन से पंगा हो गया। उसके बाद से उन दोनों की आज दिन तक नहीं बनी।जबकि रश्मि और कुसुम की अच्छी पटती थी। उसने कोशिश भी की कि उन दोनों में सुलह हो जाए।पर सुमन तो उसका नाम तक सुनने को तैयार नही थी। कॉलेज खतम होते होते सुमन के घरवाले उसकी शादी के बारे में सोचने लग गए। सुमन की मासी की सहेली का लड़का क्षितिज जो अच्छी खासी नौकरी करता था और सबसे बड़ी बात वो खुद उसकी मासी को बोल चुका था की उसे सुमन पसंद है।दरअसल पिछली छुट्टियों में जब सुमन अपनी मासी के घर गई थी तो क्षितिज जो की उनके बेटे का दोस्त था उनके घर आता जाता रहता था। तभी उसको सुमन भा गई थी।अब वो उनको जोर दे रहा था की उसको सुमन से शादी करनी है। उसकी मासी को भी क्षितिज बहुत पसंद था। वो भी चाहती थी की उन दोनो की शादी हो जाए। उन्होंने सुमन से बात की तो वो भी शादी को राजी हो गई।