!! मनःस्थिति !! एक कोलाहल है मन के समंदर में मथता हूँ निरन्तर शान्ति रूपी अमृत की तलाश में किन्तु, मंथन केवल अमृत तो न देगा मिलेगा विष भी... कौन बनेगा मेरा 'शिव'? कौन पियेगा 'हलाहल' मेरे जीवन का? कैसे मिलेगी शान्ति? मथता हूँ निरन्तर... #thirdquote #lifequotes #discoveringyourself #yqbaba #yqdidi #ManahSthiti