बैठो तुम भी एक कप चाय लिए बिस्कुट डुबो के उसमें तुम खाना, देखना "थकान और तनाव" को भूलकर सीख जाओगे तुम भी मुस्कुराना! Caption में पढ़ें... एक कप चाय क्या स्फूर्ति जगाता है सुबह सुबह का "आलस और सुस्ती" भगाता है, उबलते पानी में जैसे ही पड़ती हैं हरी पत्तियां उसके भीनी खुशबुओंसे महकतें है दिल की वादियाँ, कहनेको है वो बस "एक कप चाय"- पर प्यार-मुहब्बत है उसमे भरा, पड़ जाओगे तुम भी उसके इश्क़ में- एक दफा चुस्की तो लेके देखो ज़रा!