कभी खत्म होता नही यादों का सिलसिला है जो कभी खत्म होता नही कितना भी रोखलु इसे पर ये वक्त है जो ठहरता नही दिल की बात उससे कह दि होती तो शायद ये काश आज होता नही कुछ कदम और चल लेता तो मंजिल से युं दूर होता नही लडखडा के सही पर संभल जाता गर अपनो ने दर्द दिया होता नही सहारा ही मिल जाता तिनके का तो आज मैं इस तरह बिखरता नही क्या करू इस दिल का ये रातों को सोता नही और यादों का सिलसिला है जो कभी खत्म होता नही - राशि rakeshkavita.blogspot.in ©Rashi कभी खतम होता नही #hindi_poetry #hindi_shayari #hindikavita #urdukavita #RakeshShinde