" #कृषि_कल्याण_कानून और किसानों की धुन " ©® ( मौलिक #व्यंग्य) पौराणिक शास्त्रों में बाल_हठ और राज_हठ को समानता दी गई, यानी बच्चों-सी जि़द सरकार की भी होती है, लेकिन एक और हठ किसानों का भी अपने शीर्ष चरम पर है आइए इस परिदृश्य को सरलता से समझने का प्रयास करते हैं, एक पिता अपने बच्चे को क्रीम वाला बिस्कुट दे रहा है और बच्चा कह रहा है 'मुझे पारले-जी ही चाहिए पापा..उसे आप भी तो अपने बचपन से खाते आए हैं..' पिता कह रहा है 'बेटा, ये क्रीम वाला बिस्किट