अभी तो शाम बाकी था तेरे हाथ का जाम बाकी था जिंदा तो मैं तेरी उम्मीद से था ना मरने का, तेरे लौटने का एहतिराम बाकी था #rahatindori #राहतइंदौरी #riprahatindorisahab