ये प्यार की धुंधली रोशनी है , साहेब , बूझा ही रेहने दो । खालीपन की , भी अपनी एक जुबान है , उससे जरा धड़कने दो । इस दिल के , अंधेरी नगरी में , मेरे प्यार की एक कहानी है , उसको जरा सुलगने दो ।। #love #qyoteoftheday #poetry