हँसते रहे वो सितारे शशि को साथ लेके पल्लवित मंजर और शीतल हवाएँ अकेले पड़ गए हैं इन वीरान जग में न कोई जुगनू न कोई तीतर पखेरू की कलकल भी है नदारद छुपी हुई चाँदनी प्रथम मेघ की बाट जोहे है अंधकार में मगन कि अब खुले नभ में विचरण करना भी एक जादुई किस्सा हो गया है 🐉🐊🐢 #Nature #yqbaba #yqdidi #विचलित_मन #yqhindi #mothertongue_verse