हम यहां आ पहुंचे जहां न घर है न ठिकाना मुसाफ़िर हूं यारों मुझे बस मंजिल तक है चलते जाना सोचते-सोचते, हम गुज़र जाएँगे... #atrisheartfeelings #ananttripathi #सोचतेसोचते #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi