वादा- ए-वफ़ा और लुत्फ़ ओ इनायत, ये सब बातें हैं अफसानों की। तुम इस बस्ती में नाम न लो, ये बस्ती है इन्सानों की। न मन्दिर में न मस्जिद में, न का़बे में न बुतखाने में। ख़ुदा को गर पाना हो तो, आओ महफिल में मयखानों की। ईजाज़ अहमद "पागल" #ejaz #pagal #YQdidi #shayari #YQghalib #hindi #Italy #mypics #sarcasm