फिर से हारा हूं आज मै एक तुझे जिताने की खातिर घर छोड़ आया अपना मै एक घर बसाने की खातिर जवानी यहां गिरवी रख दी कुछ उम्र बिताने की खातिर ©Shayarishuda #shayarishuda