किसी उदास दोपहर में हम चाहते हैं एक कंधा जिस पर सिर टिका कर थोड़ी देर के लिए आँखें मूँद लें कोई ऐसा शख़्स जिसको कॉल करके ये बता सके कि आज मन नहीं लग रहा , हम मिल सकते हैं क्या? जिससे गले लग कर बस उसकी धड़कनों को बिना कुछ बोले सुनते रहें उस किसी के होने को महसूस करते रहें कोई हो कि जिसके गले से लग कर सब भुल जायें आज याद आ रही है कुछ इच्छाएं जो डराती ज्यादा हैं बजाय पूरी होने के ख़्वाहिशें! जो छोटी ही होती हैं न वही पूरी नहीं हो पाती बाक़ी तो सब मिल ही जाता है! #vivekzm #vivekzm Ritika Rajput