वो online रहती हैं क़िसी औऱ के साथ मैं उसकी तस्वीर से गुफ़्तगू कर लेता हूँ वों सजती है क़िसी औऱ क़े लिए मैं उसकी dp पर ही मर मिटता हूँ वों सबसे मेरी बुराई करती फ़िरती है मैं उसके गुणगान में क़सीदे गढ़ता हूँ वों मुझसे हर बात पर झूठ बोलतीं है मैं हा में हा मिलाकर सब सच कर देता हूँ वो शहर के चकाचौध में खों सी गईं है मैं अब भी उसके लिए गवार बना रहता हूँ वो सोंचती है क़ि मुझे कुछ चाहिये उससे मैं तो बस उसे देख़ने क़ी चाहत रखता हूँ वो सोंचती है क़ि मैं अकेला हूँ बहुत मैं तो बस उसके लिए ख़ुद को अकेला रखता हूँ वों हर बार मुझें दर्द देकर चली जाती है उसका हर दर्द मेरा हों जायें, मैं ख़ुदा से यही दुआ करता हूँ वों फ़रेब पर फ़रेब करती हैं मुझसे मैं तो उससे केवल मोहब्ब्त करता हूँ -कुमार मुकेश- #nojoto#quotes#मk