वादे मुहब्बत के कर दे कैसे उनसे आँखो को नींद नही दीदार हुआ उनका जबसे डरता है मन मेरा होगी बाते जो कभी मुझसे क्या शब्द निकलेगे होठों से या बस रह जाऊंगा उनको निहारते। #bechainiyan