वो बोली वो बस्ता वो ठिठोली वो रस्ता ना शिकवा ना शिकायत ना मेहरबानी ना इनायत क्या दिन थे वो स्कूल के.. वो दोस्तो की टोली वो चूरन की गोली वो हर बात पे हंसना गणित के सवालों में फंसना क्या दिन थे वो स्कूल के.. वो क्लास टीचर का प्यार वो प्रिंसिपल की मार वो कागज़ की कश्ती वो रेसिस की मस्ती क्या दिन थे वो स्कूल के.. आज भी होंठो पे एक मुस्कान दौड़ जाती है जब स्कूल की वो प्यारी बातें याद आती है मानो ना मानो सबसे सुहाने पल थे वो स्कूल के.. क्या दिन थे वो स्कूल के ❤️ #KyaDinTheWoSchoolKe #memories #schooltime