हर हर्फ़ चमकता है बस इल्म के शरारों से हो ज़िन्दगी रौशन कैसे चाँद से सितारों से क़िताबों का ब्रम्हाण्ड खुला है सामने देखो मंत्र सुख दुख का बहता शब्दों के किनारों से. ©malay_28 #क़िताब