तआल्लुक तर्क कैसे कर लूं मैं अब मीना-ओ-मय से I यही तो एक बेहतर चीज़ है दुनिया की हर शय से I ना मुझसे मय, ना मय मुझसे, जुदा होंगे कभी ना हम, भले ही रूह हो जाए जुदा मेरी रग-ओ-पय सेI #दीवान-ए-शौक़ ©Nadeem Sarwar #दीवान_ए_शौक़