इश़्क के हर मोड़ पर हम तुम्हे याद करके पुकारा करेंगे ।। तुम कोई तितली थी या हूबहु कोई हूर हर बार ये दिल तुम पर हारा करेंगे।। कातिलों में है तू हसीन कातिल मरने को हम तेरे लबों का इशारा करेंगे।। महफिल महफिल गायेंगे,तेरा ही तराना छेड़ेंगे कुछ यूं भी तेरी दीद का नज़ारा करेंगे।। मिले तो तू ही मिले ग़ैर नही मंज़ूर खुदा से मांगी हर दुआ में ज़िक्र तुम्हारा करेंगे ।। तेरी ही आरज़ू है मुझे दिन रात तेरे गेसुंओ के साये में पल पल गुज़ारा करेंगे ।। तू ना हुआ गर शामिल किसी भी रंग में तो दुनिया के हर रंग से किनारा करेंगे।। #triedmybest ❤😇