"पलकों को मूंदकर देखा,
धड़कनों को सुनकर देखा,
दूर-दूर तक इस दिल को,
उसके ही ख़्यालों से महकते देखा।
था वो एक मासूम सा चेहरा,
पर आँखों में लिए था समुंदर गहरा,
जितना सोचा न सोचूँ उसको,
उतना ही ख़ुद को उसमें डूबते देखा।।" #Quotes#मेरे_शब्द#स्वरचितरचना#AnjaliSinghal