ये पल बढ रहा है कोई पीछे, तो कोई आगे-आगे चल रहा है अपने अपनो को पछाडते हर ख्वाब को उजाडते, आगे आने के वास्ते हर कोई चल रहा हॆ जिंदगी नहीं, जैसे मानों कि ये इक जुआ है जीत गये तो वाह-वाह वरना मौत से भी बत्तर ये इक सजा है ये पल बढ रहा हॆ मुझे भी अपने संग घसीटे कभी कर दे आगे, तो कभी पीछे... लहरें भी नहीं है, और तूफान सा समां है हर कोई चल रहा है ये पल बढ़ रहा हैं।।। ©Ajeet Kumar #Life #Race #ajitfmhs #scared