ईश्वर की, अनुपम कृति है नारी, उस कृति को, मेरा नमन है ।। कितनी ही, ज़िम्मेदारियां संभाले हुए है, उस वीर हृदयी को, मेरा नमन है ।। अड़चनों के, अंबार से भिड़ी हुई है, उस योद्धा को, मेरा नमन है ।। जानें कितने रूप है तेरे, महिमामयी, तेरे हर रूप को, मेरा नमन है ।। अबोध है, जो तुम्हे अबला कहते है, तुम शक्ति रूप हो, मेरा नमन है ।। ©Bhushan Rao...✍️ #SheIsHero #womens_day_special Sanju Singh Antima Jain Chanchal's poetry Adhury Hayat Amita Tiwari Sudha Tripathi