ठंडा मौसम, लाम्बी रात, ये न्यारे- न्यारे राह भी जरूरी थे। तेरा बदलना भी जरूरी था, ये दिल के घा भी जरूरी थे। तनै पा लेता तो सब जीत सकें थे, यो घमंड टुटना भी जरूरी था। ये कुछ अधुरे चा भी जरूरी थे, बेशक इब काटनी है ज़िंदगी तेरे बीना। पर कदै- कदै सोचूं हूं, घर बालक, तेरी गैल बुढ़ापा, यो सब भी जरूरी था। ©Ashin Kalet #aaj be tere #yaad me akela bitha #hu....... #Ashinkalet #Haryanvi #bonding