आज मैंने फिर तस्वीर देखी है अपने जान - ए - गुलज़ार मेहबूबा की, दिल तरपा मेरा क्यूंकि इश्क़ अभी तक जिंदा है। जाने दिया नही है मैंने अपने लब से उनके होठों की खुशबू को, क्यूंकि मेरी कहानियों में उनका ज़िक्र अभी तक जिंदा है ।। #baayan-e-ehsas #bayaan-e-ehsas