आरजू, आरजू थी एक मेरी, हर पल , हर घडि रहू साथ तेरे, ख्वाहिश थी एक मेरी,, बनू मै हसि की वजह तेरी,,, तमन्ना थी ईस दिल की एक बडि,, एक तू हो, एक मै रहू, लिख दू एक कहानी जो हो तेरी मेरी,, सपना था एक देखा ईन आंखों ने, मिल जाए साथ तेरा जिंदगी के ईस धूप- छांव मै, लगी थी एक आस ईस मासूम दिल को की, दे सकू प्यार तूझे कूछ ईस कदर, कि चाहे वक्त वो हि क्यों ना आए, जान ही मेरी ले जाए,,, बेपरवाह होकर बस प्यार तूझसे ए दिल करता ही जाए,,,, करता हि जाए,,,,,