#DearZindagi नये कलम से मैं पुरानी रिवाय़त लिख रहा हूँ, किसी की हिदाय़त, किसी की इनाय़त लिख रहा हूँ.. कलम किसी कोठे की तवाय़फ नहीं जो बिक जाए, सच की जमानत और झूठ की शिकायत लिख रहा हूँ.. #_नया_कलम___