ध्रुव बहुत ही सीधा सादा सा लड़का हमेशा गुमसुम रहता न ही काॅलेज में किसी से बात करता था न ही किसी से उसकी यारी दोस्ती थी कोई कुछ पूछता तो जवाब दे दिया करता नहीं तो क्लास के बाद हर रोज़ चुपचाप लाइब्रेरी में आकर बैठ जाया करता था तारा....जो काॅलेज में नयी-नयी आयी थी दो दिन से ध्रुव की दिनचर्या को नोटिस कर रही थी फिर जब उससे नहीं रहा गया वो अचानक से ध्रुव के पास जाकर बैठ गयी ध्रुव को कुछ अजीब सा लगा कम बोलने वाला लोगों से दूर दूर रहने वाला लड़का किसी लड़की को अपने पास बैठा देखेगा तो थोड़ा सा अजीब तो लगेगा ही पर ये तारा के लिए ज़रा भी अजीब नहीं था वो जिस कॉलेज, जिस शहर से आयी थी दिल्ली..!!...वहाँ ऐसा कुछ था ही नहीं बहुत दोस्त थे उसके तो उसे लगा कि ध्रुव भी उसका दोस्त बन जायेगा...इसी इरादे से वो उसके पास आयी थी मगर ध्रुव उसको पास देखकर थोड़ा पीछे खिसक जाता है तारा भी खिसक जाती है ध्रुव दूसरी टेबल ले लेता है तारा वहाँ भी आ जाती है ध्रुव अब परेशान हो जाता है और गुस्से में तारा से कहता है- "क्या है?"😕 तारा- "रिलेक्स हम बैठकर बात करें?" ध्रुव- "no I don't wanna talk"