संकट का धैर्यपूर्वक सामना करना पड़ता है। भास्कर को भी राहु का ग्रास बनना पड़ता है।। राहु ग्रास से कुछ क्षणिक तिमिर रहता है। विपदाओं का तिमिर भी क्षणिक रह पाता है।। हर तिमिर का अंत दिनकर कर देते हैं। विपदा के हल की एक तलाश मानव कर लेता है।। © गौरव उपाध्याय 'एक तलाश' #sunlight #विपदा