अपनी तक़्लीफोै का अब मै किसी से ज़िक्र नहीं करती हूँ, खुद ही से बाते करती और खुद ही में खुश रहती हूँ।। छोड़ दिया मैने दूसरों से उम्मीद लगाना, मतलबी हैं ये लोग और मतलबी हैं ये ज़माना।। अपने में खुशियाँ तराशे किसी और क भरोसे न रहे😇😇 #nojoto #poetry #motivation #umeeden #khushiyan