तेरी रज देश की रज रज में है। तेरा बलिदान अपने ध्वज में है। दर्द पूछो न,कहाँ कहाँ है। जीवन की हर लरज में है। तेरी हस्ती की बात करता हूँ। जिस्म पूरा तेरे करज में है। सजदा देश सारा है, तेरी मिसाल के आगे। सरकार अपनी गरज में है। तुमने जान दे के अक्ल दे दी हमे। फासला क्या हमारे फरज में है। निर्भय #DeshKBete #DeshKeBete #Shayari #Sahid #Pulwma #14Feb