दिसंबर, चाय और ठंड दिसंबर, चाय और ठंड कर गयी सबको झंड इश्क़ के तेवर देखकर हुस्न को हो गया घमंड मौसम का मिजाज़ देखकर सारे आशिक हो गये उद्दंड सूरज चाचू सो रहे हैं दिनभर कोहरा सड़को पर कर रहा तंड अब सोच कर क्या होगा आमिल सार्वजनिक चाय का खत्म हुआ फंड आमिल December, chai oor tthand Kar gayi sabko jhand Ishq ke tewar dekhkar Husn ko ho gya ghamand Mousam ka mizaz dekhkar Saare aashiq ho gye uddand