ग़मों को गले से लगाना पड़ेगा हमें उम्र भर मुस्कुराना पड़ेगा न साथी मिले न मिले कोई रहबर कहीं ना कहीं दिल लगाना पड़ेगा नहीं कोई शामिल ग़मों में तुम्हारे कदम दर कदम ग़म छुपाना पड़ेगा भले हो न कोई खुशी तेरे दिल में हंस कर मगर यूं दिखाना पड़ेगा कि हासिल है तुमको खुदा की इनायत जताकर यह दुनिया झुकाना पड़ेगा कहीं कोई रूठा हो दिल का करीबी बिना कुछ भी सोचे मनाना पड़ेगा चली नफरतों की हवाएं फिज़ा में कभी न कभी तो बुझाना पड़ेगा. ©Destiny Girl #GamShayari