शंख, चक्र हाथ लिए, है शेर पर सवार माँ साड़ी लाल, चूड़ी लाल, लाल है श्रृगांर माँ थाल सजा पुष्प से, है लाल भी तैयार माँ एक पल ना देर कर, लुटा दे अब दुलार माँ ©रंजन कुमार मिश्रा #navratra