आर्थिक चुनौती का सामना शीर्षक से लेख अपने आलेख में संजय गुप्ता ने बिल्कुल ठीक लिखा है कि देश के पेट्रोलियम पदार्थ की मूल्य वृद्धि के लिए अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम तथा रूस यूक्रेन का युद्ध जिम्मेदार है किंतु भारत में विपक्ष केंद्र सरकार को कोसने में लगा हुआ है उल्लेखनीय है कि महंगाई विरोधी प्रदर्शन केयर करने वाले राहुल गांधी की कांग्रेस शासित राज्यों में पेट्रोल डीजल के दाम शासित राज्यों से कहीं अधिक है फिर भी मोदी सरकार पर लगा रहे हैं सभी चुनौतियों के होते हुए भी यह जनता के मन में यह प्रश्न उठता है कि अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों के विपरीत होते हुए भी पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान पेट्रोलियम पदार्थ के मूल्य नियंत्रण व्यवस्था को सुधारने के लिए आयात पर निर्भरता घटेगी और चीन से आयात की जाने वाली वस्तुओं को देखा जाए तो वस्तुएं आती है भारत में निर्मित वस्तुओं से सस्ती होती है सरकार को इस पर ध्यान देना होगा कि क्या कारण है कि चीन से आने वाली सस्ते पड़ते हैं जबकि भारत में निर्मित पर यह महंगे पड़ते हैं ©Ek villain #नीतियों में बदलाव जरूरी #VantinesDay