अश्रु प्रेम में बहे तो मोती बन जाता है वियोग में बहे तो ज्योति बन जाता है कभी छिपता या फिर आँख में रह जाता है अश्रु किसी का व्यर्थ नहीं बह जाता है ©Aditya Neerav #आंसू_कीमती_है