अँधा प्यार जब याद करूं मैं उस पल को जिस पल में तुझको देखा था बस किस्मत को मैं कोश रही ना अपने दिल को टोका था। मानूँ में सारी खता मेरी ना मैंने तुझको रोका था। अब दोष क्या तकदीरों का दें जब कुछ पल ना कुछ सोचा था।। ©Roli Rajput #अंधाप्यार #andhapyaar कवि संतोष बड़कुर Sudha Tripathi