एक रोज़ तो मिलो तुम मुझसे नहाने से पहले और नहाने के बाद अरमान कहो, या कहो गुज़ारिश हुक्म कह या आजमाने के फ़रियाद देर तक सुनाई देंगी फिर ख़ामोशियाँ ज़िस्म के बंधन के खजाने से आज़ाद गुफ़्तगू करेंगी मेरी उंगलियाँ बदन पर हकीक़त, ख़्वाब में सुलगाने के याद तेरे हुस्न की आग में जलने को 'कुमार' अब इंतजार ना करा दिल सुनाने के बाद! #kumaarsthought #kumaarromance #kumaarerotica #erotica#erotica_hindi #ज़िस्म से परे एक ख़्वाहिश, जिसमें नहीं कोई आजमाइश #एहसासऔरतुम