वो इच्छा ही क्या, जो खत्म हो जाए। वो मंजिल ही क्या, जो आसानी से मिल जाए। हमें तो वो बनना हे, जहाँ तक जाते-जाते, अच्छो-अच्छो के पसीने छुट जाए। ©bharat singh mer #Successful #Success #moyivationshayari Riⷭyⷴaͩ Raⷴjⷴpͮuͦtⷡ Riⷭyⷴaͩ Raⷴjⷴpͮuͦtⷡ Hilal Hathravi