क्या ज़रूरी है, खुद को इतना व्यस्त कर लेना कि अपने ही मन के भीतर जो युद्ध चल रहा है, वो दिखाई ही ना दे.... क्या ज़रूरी है, ज़िंदगी की दौड़ में इतना भागना कि के अपने आप दूर हो जाओ.... क्या ज़रूरी है, बाहरी चकाचौंध में इतना डूब जाना कि मन के सागर की गहराई तक न छू पाओ... ©Teena Verma (Meera) क्या ज़रूरी है खुद को इतना व्यस्त कर लेना कि अपने ही मन के भीतर जो युद्ध चल रहा है, वो दिखाई ही ना दे.... क्या ज़रूरी है, ज़िंदगी की दौड़ में इतना भागना कि के अपने आप दूर हो जाओ.... क्या ज़रूरी है,