कभी सोचा है? जब लिखना ही सीखना है तो बचपन में पेन क्यूँ नहीं हाथों में थमा दी जाती है? पेन्सिल क्यूँ पकड़ा दी जाती है? बात महज इतनी है कि बचपन, गलतियों को सुधारकर, सीखने का मौका देता है और बड़प्पन, सीख के उसी अनुभव से सही अवसर को हासिल करने का हुनर देता है...!!! #198thquote