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मुन्तज़िर थी निगाहें उनकी हुई दीद है अब निकला चाँद

मुन्तज़िर थी निगाहें उनकी हुई दीद है
अब निकला चाँद मेरा, अब हुई ईद है ♥️ आइए लिखते हैं दो मिसरे प्यार के :)

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♥️ केवल 2 पंक्ति लिखनी हैं और वो भी प्यार की।

♥️ कृपया स्वरचित एवं मौलिक पंक्तियाँ ही लिखें।
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anitasaini9794

Anita Saini

Bronze Star
New Creator