मेरी ग़ज़ल का एक शेर... जिनके घरों की रौशनी तेरी वजह से बुझ गयी, उन सब को आफ़ताब दे, बातें न बना...#कुमारदिलगीर Jinke gharon ki raushni teri wajah se bujh gayi, Un sab ko aaftaab de, baaten na bana... #kumardilgeer मेरी ग़ज़ल का एक शेर... जिनके घरों की रौशनी तेरी वजह से बुझ गयी, उन सब को आफ़ताब दे, बातें न बना... #कुमारदिलगीर Jinke gharon ki raushni teri wajah se bujh gayi, Un sab ko aaftaab de, baaten na bana...