आँखों से आंसू आये तो उन्हें सरबत बना कर पीलो कल का सूरज किसने देखा है आज इसी नर्क में जीलो !!! जब रस्ते में अकेले पढ़ जाओ तो अपनी परछाई को हमसफ़र बनालो कल का सूरज किसने देखा है आज इसी नर्क में जीलो !!! जब कभी भी चोट में दर्द पाओ तो उस दर्द को दवा बनालो कल का सूरज किसने देखा है आज इसी नर्क में जीलो !!! मौसम बलदलने का इन्तजार न करो हर पल को नया मौसम बनालो कल का सूरज किसने देखा है आज इसी नर्क में जीलो !!! परेशां होने से अच्छा, दुखो पर हँसकर आने वाली खुशियों को गले लगालो कल का सूरज किसने देखा है आज इसी नर्क में जीलो !!! मौत तो कई कोसो दूर है तूमसे बस यही सोचकर ये जीवन बीतालो कल का सूरज किसने देखा है आज इसी नर्क में जीलो !!! #yqdidiquotes #yqdidihindi #yqdidihindipoetry #yqdidifeelings #suraj #nark यह कविता सभी के लिए, जैसा कि आप सभी जानते हैं तालाबंदी का माहौल है, तो कुछ जिंदगी से जुड़ी एक कविता मैंने लिखी है आशा है कि आप सभी को यह जरूर पसंद आए और मैं यही चाहूंगा कि आप इसे पढ़ें और काफी पसंद करें और आपकी शुभकामनाएं और आशीर्वाद मुझे हमेशा मिलते रहे !!!!!!