चाँद है जेरे कदम सूरज खिलौना हो गया हां मगर इस दौर में किरदार बौना हो गया शहर के दंगों में जब भी मुफलिसों के घर जले कीठियों की लाॅन का मंजर सलौना हो गया... -वेद प्रकाश ©VED PRAKASH 73 #शिलालेख