अब आगे............ 👇👇👇 पर कुछ अच्छी चीजे भी दिखती है यहाँ, हो गरीब बेचारा, या किसी मिल्कियत का राजा, आने का बाद यहाँ सब एक साथ ही बैठा करते हैं, जाती का हो नीच या फिर हो बड़ी जाती का, सब एक साथ ठहाके लगाया करते हैं भाषा का कोई मोल नहीं यहाँ, सब भावनाओं को समझा करते हैं, Train के ये सामान्य डिब्बे, हमें जीने का सही तरीका सिखलाया करते हैं, रहना मिल-जुल के हमेशा, बिन बोले ये हमें सिखलाया करते हैं, ये है अपनी रेल के सामान्य डिब्बे, जहाँ अक्सर कई लोग, अन्जानो से दोस्ती कर लिया करते हैं, रहना जिन्दगी में ख़ुश हमेशा, ये रेल के डिब्बे हमें सिखलाया करते हैं || #indian_railway_2nd