रंग बिरंगी कई कहानी अक्सर ले कर नानी करघे पर बुनती रहती थी बातें कई रूहानी दोहे कई कबीर के,बुल्ले शाह की बानी चादर चढ़ी मजार पर लिखती खूब रवानी कर आचमन पंचपात्र से, पावन जमजम पानी तस्दी के मनकों पर गिनती गायत्री की तानी करघे पर बुनती रहती थी बातें कई रूहानी रंग बिरंगी कई कहानी अक्सर ले कर नानी नानी #Nani #kavishala #hindinama