तेरी जिंदगी छटपटायेगी । जब सिर पर होगी गहरी धूप , तब तुझे वृक्ष की शीतलता स्मरण हो आयेगी। जब ख़तम होने लगेगा जंगलों का अस्तित्व, तब वो तुझे हरियाली का मूल्य समझायेगी। जब प्रकृति के प्रकोप से चारों तरफ बाढ़ ही बाढ़ नजर आयेगी, चहुं ओर जल की विभीषिका में भी, जब ग्रहण करने योग्य जल ना उपलब्ध हो पाएगा, तो उस वक्त शायद जल की एक बूंद की महत्ता समझ आएगी। जब अन्न के एक एक दाने के लिए तंग जिंदगी नजर आयेगी, आंखों में धन की नहीं भोजन की भूख नजर आयेगी, वो भूख तुझे अन्न के एक एक दाने कि महत्ता बताएगी। किसी रोज छाव की तलाश में......... ___Smile ✍✍✍ #Kisi roj Chav ki talash me