बचपन की यादों में जरा विचरण कर आता हूँ ।। सपने जो सजाये थे जरा देख कर आता हूँ ।। प्रेरणा एवम् ज्ञान से पूर्ण, बुजुर्गोंं की वो कहानी जरा सुन कर आता हूँ ।। चैन जो टूटा यहाँ, नींद जो छूटी वहाँ जरा ले कर आता हूँ ।। चाचा-चाची का दुलार. भैया का उपहार जरा पा कर आता हूँ ।। बदमाशियों की बौछारें, लोगों के उलाहनें जरा महसूस कर आता हूँ ।। काम करने का हठ, चॉकलेट की शर्त जरा कर आता हूँ ।। बाईक समझ खुद की सवारी, आक्सेलरए्टर बढ़ाने की खुमारी जरा बढ़ा आता हूँ ।। बारिश का पानी, अपने झूमने की मनमानी जरा झूम आता हूँ ।। आता हूँ ,आता हूँ, भूले-बिसरे यादों को साथ ले आता हूँ बचपन की यादों में, जरा विचरण कर आता हूँ ।। #बचपन #memory #nojoto #nojotohindi #kavishala #TST