#FourLinePoetry तंग बहुत हूँ इस समाज के रंग से दंग बहुत हूँ इसके हर एक व्यंग से बेटी मेरी बनेगी अफ़सर बहू को रिवायतें निभाना है । ©gudiya तंग बहुत हूँ इस समाज के रंग से दंग बहुत हूँ इसके हर एक व्यंग से बेटी मेरी बनेगी अफ़सर बहू को रिवायतें निभाना है । #Nojoto