जब तलक मेरे #जिस्म में जान है जब तक मेरे #सांसों में रहेंगे दम क्यों किसी को सुनाये दिल का दर्द दुनिया को तेरी ये #जुदाई का गम 🌷अर्चना राठौर 🌷 तिनका तिनका बिखर रही #जिंदगी कैसे भला खुद को समेट पाएंगे हम भरोसा भी करें तो भला किसपे करें अब किस किस को आजमाएंगे हम जिसको दिल से मैंने अपना समझा उसे कैसे #मुकम्मल भूल पाएंगे हम तू ही सलाह दे मुझे ऐ मेरी #जिंदगी उनकी #वियोग में किधर जायेंगे हम 🌹अर्चना राठौर🌹 सब है पर कमी तेरी कमी सी लगती है साथ मिल जमीं को जन्नत बनाएंगे हम तेरा वजूद मेंरे #नजर में कुछ भी नही तुम्हे #दिल से यूं कैसे भूल पाएंगे हम कब आयेगी जिंदगी में वो सुनहरा पल जब कुछ पल ही सही मुस्कुराएंगे हम मेरे इस में दिल में बहुत ऊर्जा है दोस्त भुला मुझे तो #खुद संभल जायेंगे हम तुम्हें अदाओं की कीमत तू क्या जाने मेरी #नज़र से पूछ तो एक बार कभी एक बार गौर से पलटकर देखना मुझे तेरे ओर यूं ही खींचा चला आएंगे हम दूध का जला छाछ को #फूंक पीता है चले आओ मेरे #तन्हा जिंदगी में फिर मेरे दिल की गहराइयों से मेरा वादा है जान दे देंगे पर कभी न #सताएंगे हम ©OMG INDIA WORLD #OMGINDIAWORLD जब तलक मेरे #जिस्म में जान है जब तक मेरे #सांसों में रहेंगे दम क्यों किसी को सुनाये दिल का दर्द दुनिया को तेरी ये #जुदाई का गम 🌷अर्चना राठौर 🌷 तिनका तिनका बिखर रही #जिंदगी