Chandrayaan2 ऐ चाँद, तुझसे गुफ़्तगू की हसरत है, तेरे दिदार से मोहब्बत है। बस "चन्द लम्हे" दूर हुए हैं तुझसे, मग़र रूबरु होने की चाहत आज भी है।। माना के मुकाबले तेरे, हम चन्द हैं, मगर हौसले तो बुलंद हैं। बस मुखातिब न हुए तुझसे, मतलब ये नहीं के अब रास्ते बंद हैं।। मालूम है तुझसे पहले आसमान है, मगर हम भी सावधान हैं, के तुझे पाने के लिए ज़रूरी विज्ञान, "विक्रम"(शक्ति) और "प्रज्ञान" (बुद्धि) हैं।। गुरुर तो टूटता है इक दिन, गवाह शायद कायनात है। ग़र तू है एक फ़लसफ़ा, तो ख़ुदा हमारे साथ है।। #Chandrayaan2